GST Online Registration Process:- हिंदी में ऑनलाइन जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया 2023

GST Online Registration Process

GST Online Registration Process प्रक्रिया चरण दर चरण | हिंदी में ऑनलाइन जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया 2023

GST Online Registration Process संक्षिप्त जानकारी:- आज हम जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में चरण दर चरण बात करेंगे। भारत सरकार ने अब जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इस पोस्ट को पढ़कर आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए वार्ड/सर्किल/सेक्टर नंबर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाएगी, इसलिए अंत तक बने रहें। इसके साथ ही आपको भारत में जीएसटी रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन कैसे करना है इसकी भी जानकारी मिलेगी।

GST Registration Process Step by Step ;- नमस्कार दोस्तों आज हम आपसे GST

Registration Online India के बारे में बात करेंगे। जीएसटी का फुल फॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) होता है। जीएसटी टैक्स तब लगाया जाता है जब हम कोई भी उत्पाद खरीदते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो जीएसटी हम पर लगाया गया एक अप्रत्यक्ष कर है। जीएसटी को साल 2017 में लागू किया गया था।

2017 से पहले कई तरह के टैक्स लिए जाते थे जैसे सेल्स टैक्स, एक्साइज टैक्स, सर्विस टैक्स, जो आपको अलग से चुकाने पड़ते थे, लेकिन जब से भारत में जीएसटी लागू हुआ है, अब सभी तरह के टैक्स जीएसटी में शामिल कर लिए गए हैं। इस पोस्ट में हम GST रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन अप्लाई करने और GST रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करने की प्रक्रिया की जानकारी देंगे इसलिए पोस्ट को अंत तक पढ़ें।

GST Online Registration Process कैसे करें

जीएसटी क्या है?

GST Online Registration Process :- GST (Goods And Services Tax) जिसे अपनी भाषा में Goods and Services Tax कहते हैं. GST माल और सेवाओं पर लगाया जाता है। इसके जरिए आप अलग-अलग पेमेंट करते हुए जीएसटी के जरिए एक बार में सभी टैक्स जमा कर सकते हैं।

GST Online Registration Process
GST Online Registration Process

जीएसटी के बारे में सबसे अच्छी बात, जो देश भर में लगभग सभी वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री और बिक्री पर लागू होती है, वह यह है कि किसी भी समान उत्पाद पर जीएसटी की दर पूरे देश में समान होगी। यानी देश के किसी भी कोने में मौजूद जीएसटी भुगतान करने वाले उपभोक्ता को उस वस्तु पर बराबर टैक्स देना होगा.

जीएसटी ऑनलाइन भुगतान के लिए आपको पंजीकरण करना होगा। जीएसटी पंजीकरण के लिए आपको भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। और अगर आप GST रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को विस्तार से समझना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें। जीएसटी पंजीकरण करवाने के लिए आपको किसी भी दंड का सामना नहीं करना पड़ता है।

GST Online Registration Process के लिए पंजीकरण करना क्यों आवश्यक है?

जीएसटी को पूरे देश में लागू कर दिया गया है, ताकि देश में खरीदने, बेचने और कारोबार करने वाले हर व्यक्ति को जीएसटी देना जरूरी हो जाए। इसके लागू होने से आपको तरह-तरह के अप्रत्यक्ष करों का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही आप ऑनलाइन जीएसटी का भुगतान कर सकते हैं। जीएसटी के भुगतान के लिए ऑनलाइन जीएसटी पंजीकरण उन व्यापारियों और करदाताओं के लिए अनिवार्य है, जिनका कारोबार एक वित्तीय वर्ष में 20 लाख या उससे अधिक है।

GST Online Registration Process के लिए दस्तावेज

जी हां दोस्तों अगर आपका भी खुद का बिजनेस है और आपको भी अपनी दुकान, फैक्ट्री आदि का जीएसटी नंबर चाहिए तो हमने आपको इस पोस्ट में सारी जानकारी दी है जिससे आप भी अपनी दुकान का जीएसटी नंबर बनवा सकते हैं जीएसटी पंजीकरण शुल्क का भुगतान। विल गेट टैक्स आइडेंटिफिकेशन नंबर को GSTIN (गुड्स एंड सर्विसेज आइडेंटिफिकेशन नंबर) के रूप में भी जाना जाता है। जीएसटी नंबर मूल रूप से एक 15-अंकीय संख्या है, जिसने कर पहचान संख्या को बदल दिया है जो कंपनियों को राज्यों में मूल्य वर्धित कर नियमों के तहत पंजीकृत होने पर मिली थी।

GST Online Registration Process
GST Online Registration Process

जीएसटी नंबर प्राप्त करने के लिए प्रत्येक व्यवसाय को केवल दो चरणों वाली प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। आपको अपनी ओर से केंद्र सरकार को जीएसटी ऑनलाइन फाइल करना होगा। इसकी प्रक्रिया को बेहद आसान रखा गया है. जीएसटी पंजीकरण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि बाद में यह जीएसटी से संबंधित सभी लाभों का लाभ उठाने में मदद करेगा।

GsT के प्रकार

आपको बता दें कि जब भारत में जीएसटी लागू नहीं था, तब हर राज्य सरकार हर वस्तु पर जो चाहे कर लगा सकती थी और इसीलिए सभी वस्तुओं की कीमत सभी राज्यों में अलग-अलग होती थी। पूरे देश में जीएसटी लागू करने की प्रक्रिया काफी कठिन थी। जीएसटी के बिना व्यापार करना बहुत मुश्किल था, क्योंकि अगर कोई चीज दूसरे राज्य से लानी या बेचनी होती थी तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब जीएसटी लागू होने के बाद कर प्रणाली और विभिन्न करों को अलग-अलग करना पड़ता है। . चुकाया गया। पूरी तरह से बदल गया है।

यदि किसी उत्पाद या वस्तु पर GST लगाया जाता है, तो उसे दो भागों में बांटा जाता है:- GST Online Registration Process

  • SGST (SGST):- जिसमें SGST (SGST) का मतलब स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है।
  • CGST:- CGST का मतलब सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है।

जीएसटी पंजीकरण के नियम क्या हैं?

यह सीमा केवल माल की बिक्री पर लागू होती है, यह सेवाओं के लिए लागू नहीं होती है।

  • अनिवार्य जीएसटी पंजीकरण:-

अनिवासी भारतीय (एनआरआई), ई-कॉमर्स संस्थाएं, सामान और सेवाओं की आपूर्ति करने वाली संस्थाएंके लिए पात्र व्यक्ति (TDS Deductor) आदि को अनिवार्य GST Registration करवाना है |

  • स्वैच्छिक जीएसटी पंजीकरण:-
  • स्कैक्स क्रेडिट का लाभ, बिना रोकटोक के अंतरराज्यीय आपूर्ति करना, ई-कॉमर्स वेबसाइट की व्यापार करने की स्वतंत्रता, वस्तुओं और सेवाओं के रूप में कानूनी मान्यता प्राप्त करना|आदि को स्वैच्छिक जीएसटी पंजीकरण करवाना है |
  • जिन चीजों पर GST नहीं लगता है व्यापारी उस माल की आपूर्ति नहीं कर सकते|
  • जहां व्यापार हो रहा है वह व्यापारियों को प्रतिबिंबित करेगा कि वह संरचना योजना के तहत व्यापार कर रहा है
  • रजिस्ट्री के भुगतान में दिए गए दस्तावेजों पर, रिवर्स चार्ज पर टैक्स और अपंजीकृत डीलर से खरीद का टैक्स शामिल होगा
  • डीलर को रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म ल्यूक के तहत सामान्य दरो पर टैक्स का भुगतान करना होगा
  • कंपोजीशन डीलर अंतर-राज्य आपूर्ति (अंतर राज्य आपूर्ति) नहीं कर सकते|
  • आपको निश्चित दर से अपने टर्नओवर पर जीएसटी का भुगतान करना होगा|जिससे कि
  • वे इनपुट क्रेडिट के लिए क्लेम नहीं कर सकते|
  • एक वर्ष में माल की आपूर्ति के साथ अधिकतम 5 लाख की सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं
  • आपको बता दें कि जिन चीजों पर जीएसटी नहीं लगता है व्यापारी उस माल की आपूर्ति नहीं कर सकते|
  • आप कंपोजीशन डीलर अंतर-राज्य आपूर्ति (अंतर राज्य आपूर्ति) नहीं कर सकते|
  • व्यवसायी जहां पर भी व्यापार कर रहे हैं उनका प्रतिबिंब होगा कि वह संरचना योजना के तहत व्यापार कर रहा है
  • जो भी डीलर को रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म चार्ज के तहत सामान्य दरो पर टैक्स का भुगतान करना होगा

इस बात का ध्यान रखें कि कंपोजिशन स्कीम के मध्य से व्यापारी अपने ग्राहक से जीएसटी वसूल नहीं कर सकते| कारोबारियों को जीएसटी का भुगतान करना होगा, इसलिए अब उन्हें टैक्स इनवॉइस की जगह बिल ऑफ सप्लाई इंशू करना होगा|

GST Online Registration Process का लाभ

जीएसटी के कारण लंबे समय में वस्तुओं और सेवाओं की लागत में कमी आएगी, क्योंकि पहले कई मूल्य बढ़े कर (वैट) की वजह से माल और सेवाओं की कीमत में कारण बनते हैं।

  • जीएसटी पंजीकरण छोटे अनुबंध के लिए एक बड़ा लाभ है, क्योंकि समय लेने वाली कराधान प्रक्रिया से बच सकते हैं और अपनी व्यावसायिक गतिविधियों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
  • GST पंजीकरण कपाट उद्योग जैसे संबद्ध क्षेत्रों के लिए बहुत आवश्यक प्रतिबिंब।जीएसटी इस विशिष्‍टता को ठीक करने का प्रयास करता है।
  • यह पूरी तरह से एक संघटित प्लेटफॉर्म है, जो ग्लोबल एक्टिविटी के संचालन को सरल और सुनिश्चित करेगा।
  • इससे पहले, केंद्र सरकार को कई संबद्धों को संचालित करने का कार्य करना था। जो की बेहद कठिन था | लेकिन जीएसटी और जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन), जीएसटी ऑपरेशन से संबंधित सभी लेनदेन को संचालित किया जाएगा।
  • 20 लाख से कम टर्नओवर वाले सेवा के लिए उपयोगकर्ताओं को भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में यह सीमा 10 लाख रुपये है।

जीएसटी नंबर पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज

  • पण कार्ड
  • खाता विवरण
  • एक कोड-साइज फोटो
  • कंपनी की रॉक कॉपी
  • बिजली बिल या लैंडलाइन बिल।
  • एमओए या एओए पंजीकरण प्रमाणपत्र
  • व्यवसाय से संबंधित बैंक विवरण

अगर आपके पास किसी भी दस्तावेज का आकार बदलना है तो आप अपनी वेबसाइट फोटो/हस्ताक्षर का आकार बदलने के लिए थ्रू कर सकते हैं

Note:- जीएसटी पंजीकरण के समय आपको अपने और अपने व्यवसाय से जुडी जानकारी सही ही सही है| जितनी बार आपकी आय होती है उसका विवरण भी पूरा होता है , अन्यथा आपका GST Registration फॉर्म हो जाएगा |

पंजीकरण कैसे करें?

रजिस्ट्री पंजीकरण करना एक बहुत ही आसान पासवर्ड है। अक्सर आपको यह लगता है कि ऑनलाइन पंजीकरण कैसे किया जाता है? आप घर बैठे ही यह पंजीकरण की प्रक्रिया आसानी से पूरी कर सकते हैं। इसके लिए आपको ऊपर बताए गए सभी पोस्ट चाहिए, साथ में आपके पास एक कंप्यूटर या स्मार्टफोन के साथ इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है। हम आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे हैं जिसका उपयोग करके आप रजिस्ट्री के लिए पंजीकरण आसानी से पूरा कर लेंगे।

  • रजिस्ट्री के लिए पंजीकरण करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी वेबसाइट पर आवेदन करना होगा।
  • उसके बाद आप सेवाओं के टैब पर क्लिक करते हैं।
  • उसके बाद आप पंजीकरण के लिए क्लिक पर क्लिक करें।
  • उसके बाद आप नए पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक करें।
  • आपके सामने दर्ज होने के लिए आवेदन करने के लिए एक फॉर्म खुलेगा।
  • इस फर्म में आपसे जो भी जानकारी मांगी गई है, ध्यान से आपको दर्ज करना है।
  • ‘I am a’ ड्रॉप-डाउन क्लिक करके ‘टैक्सपेयर’ सेलेक्ट करें
  • अब अपना राज्य और जिले का सेलेक्ट करें
  • बिज़नस का नाम भरें
  • बिज़नस का पैन नंबर डालें
  • अब ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर भरें
  • सभी जानकारी दर्ज करने के बाद कैप्चा-कोडिंग संबंध ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें
  • इसके बाद आपने जो ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर दिया है उस पर OTP आया है।
  • OTP को वेरीफाई करने के बाद आगे बढ़ें पर क्लिक करें।
  • उसके बाद आपको स्क्रीन पर एक टी आर एन नंबर आएगा उसे नोट करके प्रेरित करें।
  • उसके बाद एक बार आप फिर से वेबसाइट पर प्रवेश करते हैं और नए पंजीकरण पर क्लिक करते हैं।
  • उसके बाद आपको TRN का विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करें।
  • टीआरएन नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड भरने के बाद आगे बढ़ें पर क्लिक करें।
  • उसके बाद आपने जो ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर रजिस्टर किया था, उसी पर एक ओटीपी आया।
  • ओटीपी दर्ज करने के बाद आगे बढ़ें पर क्लिक करें।

उसके बाद आपको अगली स्क्रीन पर आपके आवेदन की स्थिति दिखाई देगी, राइट साइड आपको एडिट का विकल्प मिलेगा उस पर क्लिक करें।

यहां पर आपको 10 सेक्शन में अलग-अलग जानकारी और पोस्ट अपलोड कर रहे हैं जिनकी लिस्ट आपको नीचे दे रहे हैं

  • फोटो
  • व्यवसाय का एडरेस प्रूफ
  • बैंक खाता खाता संख्या, बैंक का नाम, बैंक शाखा और IFSC कोड हो।
  • प्रमाणीकरण प्रपत्र
  • टैक्सेयर का कॉन्स्टिट्यूशन

उसके बाद अगले चरण में आपको पुष्टिकरण पृष्ठ पर जाना होगा और वहां नीचे बताए गए 3 तरीकों से किसी एक तरीके का उपयोग करके डिक्लेरेशन चेक करना होगा।

  • मोबाइल नंबर ओटीपी के माध्यम से प्राप्त करें
  • आधार कार्ड के माध्यम से
  • डिजिटल सिग्नेचर जीमेल के माध्यम से

जब आपके ऊपर बताए गए सभी रिकॉर्ड पूरे हो जाते हैं, तो आपके पास जीसीवित होने का एक ईमेल और ईमेल आईडी आ जाएगा, जिसमें आपका रेफरेंस नंबर रजिस्टर्ड ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर लिखा होगा।

उसके बाद आप समय-समय पर सदस्यता पोर्टल के माध्यम से एआरएन का स्टेटस चेक कर सकते हैं।

जीएसटी पंजीकरण समय सीमा

देखिये जीएसटी पंजीकरण समय सीमा काफी आसान है, जीएसटी पंजीकरण के अनुसार 30 दिनों के भीतर जीएसटी पंजीकरण के लिए जाना चाहिए |कहने का प्रमाण पत्र यह है कि जिस दिन कोई व्यवसाय जीएसटी पंजीकरण के लिए उत्तरदायी होता है और वह व्यवसाय 20 लाख रुपये (पूर्वोतर राज्य) में 10 लाख) की सीमा को पार कर रहे हैं, उस दिन से ठीक 30 दिनों के अंदर-भीतर GST पंजीकरण करवा लेना आवश्यक है|

जब भी कोई व्यवसाय, जीएसटी पंजीकरण की अनिवार्यता की अन्य पाठ्यक्रम जैसे अंतर-राज्यीय आपूर्ति करना या ई-कॉमर्स ऑपरेटर द्वारा माल बेचना आदि के तहत कवर होता है, उस दिन से 30 दिनों के भीतर पंजीकरण करवा ही लेता है|

जीएसटी पंजीकरण ना डरना और पेनल्टी

GST नियमों के अनुसार यदि किसी व्यापारी का वार्षिक टर्नओवर काफी अधिक होता है और उसकी सदस्यता का दायरा होता है, लेकिन रजिस्ट्री के दायरे में आने के बाद भी यदि कोई व्यापारी GST पंजीकरण विवरण नहीं रखता है या टैक्स नहीं भर रहा है या कम टैक्स है भर रहा है,

ऐसी स्थिति में वह व्यापारिक कानून की नजर में अपराधी साबित हो सकते हैं, क्योंकि उस पर टैक्स न फाइलिंग या टैक्स की चोरी के तहत कार्यवाही हो सकती है | जिसके कारण कारोबारियों को भारी जुर्माना भरना पड़ेगा |

आपको बता दें कि GST नियमों के मुताबिक अगर कोई व्यापारी टैक्स चोरी के तहत साबित होता है, टैक्स भुगतान नहीं करने या कम टैक्स भरने के आरोप में गारंटी मिलती है तो उसे 10,000 या टैक्स टैक्स की राशि का 10% जो भी ज्यादा हो का जुर्माना भरना होगा| अगर सीधी भाषा में कहा जाए तो पूरा टैक्स भरने के बाद 10,000 रुपये न्यूनतम राशि का जुर्माना देना होगा

  • आप पंजीकरण से टैक्स अपनों को हटा सकते हैं
  • जीएसटी द्वारा प्रतिस्थापित केंद्रीय कर
  • (केंद्रों के वो टैक्स लगे लगें) GST द्वारा प्रतिस्थापित किए गए राज्य कर
  • केंद्रीय उत्पाद शुल्क
  • चिकित्सा और खिलौना संबन्धी निर्माण पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क
  • विशेष महत्व के अतिरिक्त उत्पाद शुल्क
  • वस्त्र परिधानों से संबंधित उत्पादों पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क
  • कस्टम ड्यूटी, विशेष कस्टम ड्यूटी
  • सेवा टैक्स, सेस और सरचार्ज वैट, केंद्रीय बिक्री कर, खरीद कर, विलास कर, प्रवेश कर, सभी प्रकार के मनोरंजन कर
  • जो स्थानीय बॉडी के कारण होते थे(विज्ञापन कर)
  • लॉटरी, सट्टा और जुआं पर टैक्स उपकर और कार्य

GST Online Registration Process स्थिति की जांच कैसे करें

  • सबसे पहले आप उपर दी गई लिंक से आधिकारिक वेबसाइट पर आए हैं
  • इसके बाद आप जीएसटी सेवा के पंजीकरण आवेदन में जाकर आवेदन की स्थिति ट्रैक करें पर क्लिक करें
  • अब आपके सामने Track Application Status पेज ओपन हो जाएगा
  • अब आप GST Registration Number का GST Registration Online Status पता कर सकते है |

GST Online Registration Process ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करें

हिंदी में जीएसटी प्रमाणपत्र डाउनलोड करने की प्रक्रिया इस प्रकार है :-

  • सबसे पहले आपको GST Portal पर जाना है |
  • इसके बाद आप लोगिन करना है |
  • लोग इन करने के बाद आपके सामने होम पेज पर GST Services में User Services में जाकर देखें/डाउनलोड सर्टिफिकेट घोषणा को कह सकते हैं |

जीएसटी प्रमाणपत्र डाउनलोड कैसे करें?

अब आपके सामने जीएसटी प्रमाणपत्र डाउनलोड करने का आवेदन आएगा जिस पर क्लिक करके आप अपना जीएसटी पंजीकरण प्रमाणपत्र ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: GST Online Registration Process

Q1. जीएसटी पंजीकरण ऑनलाइन कैसे करते हैं?

Ans: GST Registration Online करने की प्रक्रिया इस प्रकार है :-

  • सबसे पहले आपको GST पोर्टल पर जाना है |
  • अब आपको New GST Registration कर दिया गया है|
  • आपसे जो जानकारी पूछने के लिए वो आपको बताता है|
  • अंत में सत्यापन के बाद आपका जीएसटी पंजीकरण हो जाएगा

Q2. GST रजिस्ट्रेशन फीस कितनी है?

Ans: GST Registration के लिए आपको कोई शुक्ल नहीं देना है |

Q3. GST रजिस्ट्रेशन कितना जरूरी है?

Ans: वह व्यक्ति या व्यवसाय जिसका ब्लूप्रिंट 20 लाख रुपये है, उन्हें जीएसटी पंजीकरण करवाना जरूरी है

Q4. जीएसटी पंजीकरण के लिए समय सीमा क्या है?

Ans:  जीएसटी पंजीकरण के लिए समय सीमा इस प्रकार है :-

जब आपकी आय या आपके व्यावसाय की होने वाली आय 20 लाख के पार हो जाती है, तब से लेकर 30 दिनों के अंदर आपको जीएसटी पंजीकरण करवाना ही है |

Q5. जीएसटी पंजीकरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट क्या है?

Ans: जीएसटी पंजीकरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट gst.gov.in/registration है |

Q6. जीएसटी पंजीकरण के लिए डाक टिकटों को क्या चाहिए?

Ans: पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज:-

  • व्यवसाय से संबंधित बैंक स्टेटमेंट
  • खाता विवरण
  • रूहकंपनी की कॉपी |
  • एमओए या एओए पंजीकरण प्रमाणपत्र।
  • पण कार्ड
  • बिजली बिल या लैंडलाइन बिल।
  • एक कोड-साइज फोटो

Q7. GST का फुल फ्रॉम क्या है ? जीएसटी फुल फॉर्म?

Ans: GST meaning in English: वस्तु एवं सेवा कर

Q8. GST फुल फ्रॉम इन हिंदी?

Ans: का पूरा फॉर्म गुड्स और सर्विस टैक्स है।

Q9. GST किस प्रकार का होता है?

Ans: GST दो प्रकार से होता है :-

  • एसजीएसटी
  • सीजीएसटी

ध्यान दें :- ऐसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई नई या पुरानी सरकारी योजनाओं की जानकारी हम आपतक सबसे पहले अपनी इस वेबसाइट के माधयम से पहुंचेंगे, तो आप हमारी वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें।

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Source:- Internet 

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