फ़ोन पे और Google Pay की बढ़ी टेंशन! UPI लाया है नया सिस्टम, जानें
भारत से एक नई यूपीआई भुगतान प्रणाली शुरू की जा रही है। इसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन पेमेंट सिस्टम द्वारा यूपीआई प्लगइन सिस्टम के साथ पेश किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यूपीआई प्लान देश में ऑनलाइन पेमेंट को पूरी तरह से बदल देगा। हालांकि भारत
नई दिल्ली. देशभर में UPI का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है. लेकिन अब तक इस पर फोनपे और गूगल पे जैसे पेमेंट्स ऐप का एकाधिकार बना हुआ है. इस मोनोपोली को खत्म करने के लिए अब नया यूपीआई पेमेंट सिस्टम पेश किया जा रहा है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से पेश किए जाने वाले इस फीचर को यूपीआई प्लगइन (UPI Plugin) सिस्टम कहा जा रहा है.
क्या है यूपीआई प्लगइन सिस्टम?
ऑनलाइन पेमेंट में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए यूपीआई प्लगइन सिस्टम लाया जा रहा है। वर्तमान में, जब आप ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं, तो आपको भुगतान के लिए Google Pay या फोनपे जैसे तृतीय-पक्ष ऐप पर स्थानांतरित कर दिया जाता है।
वहीं पेमेंट के दौरान यह कई बार बीच में ही अटक जाता है। अब यूपीआई प्लगइन सिस्टम शुरू होने से ऑनलाइन पेमेंट के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स की जरूरत नहीं होगी। इसमें आप किसी भी ऑनलाइन पेमेंट के लिए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस का इस्तेमाल कर आसानी से पेमेंट कर सकेंगे।
Phonepe और Google Pay क्यों लाया जा रहा है नया फीचर?
इस समय ऑनलाइन पेमेंट सेक्टर में प्राइवेट कंपनियों के ऐप जैसे गूगल पे और फोनपे आदि का दबदबा है। ऑनलाइन यूपीआई भुगतान में फोनपे की हिस्सेदारी 47 प्रतिशत है।
वहीं, गूगल पे 33 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा 13 फीसदी पेमेंट पेटीएम से होता है। ऐसे में एक नया फीचर लाया जा रहा है ताकि यूपीआई पेमेंट सेक्टर पर एक-दो कंपनियां कब्जा न कर सकें।
कस्टमर्स को क्या होगा फायदा?
यूपीआई प्लगइन सिस्टम के आने से ऑनलाइन फ्रॉड की संख्या में कमी आने की उम्मीद है। वहीं बीच में अटकने की पेमेंट की समस्या भी खत्म हो जाएगी। इससे ऑनलाइन भुगतान में तेजी आएगी। माना जा रहा है कि यूपीआई प्लगइन से यूपीआई पेमेंट की संख्या बढ़ेगी।
सरकार का क्या है प्लान
मौजूदा ऑनलाइन यूपीआई भुगतान में फोनपे की हिस्सेदारी 47 प्रतिशत है। जबकि गूगल पे 33 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर है। जबकि पेटीएम 13 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर है। सरकार की योजना है कि यूपीआई पेमेंट सेक्टर पर एक या दो कंपनियों का कब्जा न हो। इसके लिए सरकार ने 30 फीसदी की कैप का भी प्रावधान किया है।
निष्कर्ष – Kisan Vikas Patra 2023
इस तरह से आप अपना Kisan Vikas Patra में आवेदन कर सकते हैं, अगर आपको इससे संबंधित और भी कोई जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं |
दोस्तों यह थी आज की Kisan Vikas Patra के बारें में सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में आपको Kisan Vikas Patra , इसकी सम्पूर्ण जानकारी बताने कोशिश की गयी है |
ताकि आपके Kisan Vikas Patra से जुडी जितने भी सारे सवालो है, उन सारे सवालो का जवाब इस आर्टिकल में मिल सके |
तो दोस्तों कैसी लगी आज की यह जानकारी, आप हमें Comment box में बताना ना भूले, और यदि इस आर्टिकल से जुडी आपके पास कोई सवाल या किसी प्रकार का सुझाव हो तो हमें जरुर बताएं |
और इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी Social Media Sites जैसे- Facebook, twitter पर ज़रुर शेयर करें |
ताकि उन लोगो तक भी यह जानकारी पहुच सके जिन्हें Kisan Vikas Patra की जानकारी का लाभ उन्हें भी मिल सके|
Source:- Internet
Home page | Click here |
Join telegram | Click here |